History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-10

राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-10)

राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश

गुहिल-सिसोदिया वंश

महाराणा उदयसिंह (1537 -1572)

  • महाराणा उदयसिंह (1537 -1572) ने 1559 में उदयपुर की स्थापना की थी।
  • उसके समय 1567-68 में अकबर ने चित्तौड़ पर आक्रमण किया था परन्तु कहा जाता है कि अपने मन्त्रियों की सलाह पर उदयसिंह चित्तौड़ की रक्षा का भार जयमल मेड़तिया और
  • फत्ता सिसोदिया को सौंपकर गिरवा की पहाड़ियाँ में चला गया था।
  • इतिहास लेखकों ने इसे उदयसिंह की कायरता बताया है। कर्नल टाॅड ने तो यहाँ तक लिखा है कि यदि सांगा और प्रताप के बीच में उदयसिंह न होता तो मेवाड़ के इतिहास के पन्ने अधिक उज्ज्वल होते।
  • डाॅ. गोपीनाथ शर्मा की राय में उदयसिंह को कायर या देशद्रोही कभी नहीं कहा जा सकता क्योंकि उसने बणवीर, मालदेव, हाजी खाँ पठान आदि के विरुद्ध युद्ध लड़कर अपने अदम्य साहस और शौर्य का परिचय दिया था।
  • अकबर से लड़ते हुये जयमल और फत्ता वीर गति को प्राप्त हुये। अकबर ने चित्तौड़ में तीन
  • दिनों के कठिन संघर्ष के बाद 25 फरवरी, 1568 को किला फतह कर लिया।
  • अकबर द्वारा यहाँ कराये गये नरसंहार से आज भी उसका नाम कलंकित है।
  • अकबर जयमल और फत्ता की वीरता से इतना मुग्ध हुआ कि उसने आगरा किले के द्वार पर उन दोनों वीरों की पाषाण मूर्तियाँ बनवाकर लगवा दी।

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